सफरनामा

20 जुलाई, 2009

सफर शुरू होने वाला है


....हम तो झोला उठा के चले

4 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तम विचार। वरना मैं तो समझ रहा था कि ब्लाग जगत में रसभंग करने के लिए माफी मांगनी पड़ेगी।
    खूबसूरत तस्वीरों वाले एलबम को निहारने और सावन की फुहारों के बीच पकौड़ियां खाने के बजाय हम लोग योगी-भोगी टाइप बकवास मे जुट गए थे।
    ब्लाग के बाजार में हारमोनियम सही सुरों की शिनाख्त करे..यही दुआ है।

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  2. harmunia lagata tha ab sirf kabari ho chuka hai! lekin aas jagi hai. baht bahut dhanayavad. safar shuru hokar jari rahe,yahi prabhu se binati hai.

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